गिरगिट खरगोश सच्ची दोस्ती HINDI KAHANIYA | Hindi Fairy Tales Story | Hindi Cartoon Story Fairy Tales
#shorts #shortvideo #shortsviral #shortstory #StoryTime #cartoonforkids #hindikahanian #moralstories #moralstory #newstory #newstories #cartoon #cartoons #cartoonvideo #shortstoryhb #shortstoryhub #cartoonstoryनमस्कार शॉर्ट स्टोरीहब चैनल में आपका हार्दिक स्वागत है | आज की #कहानी का शीर्षक:
"रंजित गिरगिट और सच्ची दोस्ती"
![]() |
गिरगिट खरगोश सच्ची दोस्ती HINDI KAHANIYA | Hindi Fairy Tales Story | Hindi Cartoon Story Fairy Tales |
एक घने #जंगल में, रंजित नाम का एक छोटा #गिरगिट रहता था। रंजित की एक अनोखी आदत थी - वह हर बात पर अपना रंग बदल लेता था। अगर वह खुश होता, तो हरा हो जाता; डरा हुआ होता, तो भूरा हो जाता; और अगर उसे गुस्सा आता, तो लाल हो जाता।
रंजित का एक दोस्त था, मुनिया #खरगोश। मुनिया सीधा-सादा और ईमानदार था। उसे रंजित की रंग बदलने की आदत से कोई परेशानी नहीं थी। वह रंजित को हमेशा प्यार करता था।
एक दिन, जंगल में एक सर्कस आया। सर्कस में एक बड़ा और चालाक बंदर था, जिसका नाम चंटू था। चंटू ने रंजित को देखा और उसकी रंग बदलने की कला से बहुत प्रभावित हुआ। उसने रंजित को अपने साथ सर्कस में काम करने का लालच दिया।
चंटू ने रंजित से कहा, "तुम तो कमाल हो! तुम अपने रंग बदलकर लोगों को खूब हंसा सकते हो। तुम्हें बहुत सारे पैसे मिलेंगे और तुम बहुत मशहूर हो जाओगे!"
रंजित को यह बात बहुत अच्छी लगी। उसे लगा कि अब वह मुनिया से भी ज्यादा मशहूर हो जाएगा। उसने मुनिया को बिना बताए चंटू के साथ सर्कस में काम करना शुरू कर दिया।
शुरू-शुरू में रंजित को बहुत मजा आया। लोग उसके रंग बदलने की कला को देखकर खूब तालियाँ बजाते थे। लेकिन धीरे-धीरे रंजित को समझ में आया कि चंटू सिर्फ उसका इस्तेमाल कर रहा है। चंटू हमेशा उसे मुश्किल और खतरनाक काम करवाता था और उसे बहुत कम पैसे देता था।